नेताओं ने गाँधी की कसम तक बेची,
कवियों ने निराला की कलम तक बेची।
मत पूछ कि इस दौर में क्या-क्या न बिका,
इंसानों ने आँखों की शरम तक बेची।
अन्ना जी ने देश में छेड़ा जो अभियान,
इससे होगा देश के जन जन का कल्याण ।।
अन्ना जी ने देश में छेड़ा जो अभियान,
इससे होगा देश के जन जन का कल्याण ।।
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